
सर गंगा राम अस्पताल के चिकित्सकों ने एक 23 वर्षीय महिला की जांघ की चर्बी का इस्तेमाल कर सफलतापूर्वक एक प्राकृतिक स्तन विकसित किया है। अस्पताल द्वारा जारी एक बयान से रविवार को यह जानकारी मिली है। सर गंगा राम अस्पताल के चिकित्सकों ने कहा, “पोलैंड सिंड्रोम नामक एक आनुवांशिक विकार की वजह से मध्य प्रदेश के इंदौर की रहने वाली एक महिला के बाएं स्तन का विकास नहीं हो पाया था।” पोलैंड सिंड्रोम एक आनुवांशिक विकार है, जिसके कारण महिलाओं में एक स्तन का विकास प्रभावित होता है।
बयान में कहा गया है, “इस वजह से महिला तनावग्रस्त थी और उसका आत्मविश्वास भी कमजोर हो गया था। महिला ने इस समस्या के निदान के लिए इंटरनेट पर खोजबीन की। इसके लिए उसे या तो स्तन प्रत्यारोपण या फिर वसा ग्राफ्टिंग सर्जरी से गुजरना पड़ता।”

सर गंगा राम अस्पताल के प्लास्टिक एवं कॉस्मैटिक सर्जन विवेक कुमार की सलाह के बाद महिला ने वसा ग्राफ्टिंग को चुना।
वसा ग्राफ्टिंग को वसा स्थानांतरण के रूप में भी जाना जाता है, जो एक प्राकृतिक और मामूली रूप से कांट-छांट वाली सर्जरी है।
कुमार के मुताबिक, “यह स्तन वृद्धि की नवीनतम तकनीक है और हाल ही में यह तकनीक देश में आई है। इसे स्तनों के कई अन्य कॉस्मैटिक और पुनर्निर्माण प्रक्रियाओं के लिए इस्तेमाल किया जा रहा है।”(आईएएनएस)
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