
रूस की राजधानी मास्को में अयुर्वेद की बड़ी धाक है। देश के सबसे बड़े पर्यटन मेले के दौरान वैकल्पिक स्वास्थ्य उपाय आजमाने वाली कई महिलाओं ने इसके बारे में जानकारी दी।
22 दिनों तक चलने वाले मास्को इंटरनेशनल ट्रैवल एंड टूरिज्म एक्जिबिशन (एमआईटीटी) के दौरान सार्वजनिक और औद्योगिक प्रतिनिधियों की रुचि सर्वाधिक केरल पर्यटन के स्टाल में रही। शनिवार को मेले का समापन हो गया।
केरल पर्यटन के स्टाल की थीम आर्युवेद और राज्य का सूर्य-और-रेत स्थल था।
स्वास्थ्य की देखरेख के लिए वैकल्पिक उपाय तलाश कर रही महिलाओं ने आयुर्वेद के बारे में सबसे ज्यादा पूछताछ की।

केरल के पर्यटन मंत्री ए. पी. अनिलकुमार ने कहा, “केरल पर्यटन की एमआईटीटी में भागीदारी से हमारे व्यापारिक साझीदारों को रूस के यात्रा और पर्यटन उद्योग के साथ मजबूत संबंध बनाने में मदद मिली है।”
एमआईटीटी रूस में सबसे बड़ा पर्यटन मेला है जिससे हर वर्ष हजारों लोग आकर्षित होते हैं। वहां आने वाले लोगों का तीन-चौथाई यात्रा उद्योग से जुड़े होते हैं।
चार दिनों के कार्यक्रम में 203 देशों से 2000 प्रदशर्नीकर्ता भाग लेते हैं।
रूस में भारत के राजदूत पी. एस. राघवन ने कहा कि मास्को जैसे बाजारों में आयुर्वेद की लोकप्रियता बढ़ रही है। (आईएएनएस)
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