वे कहलाने लगी हैं ‘हैंडपंप वाली बाई’

ठेट गंवई नजर आने वाली महिलाओं को पिंचिस, पेचकस और पाने (लोहे के बोल्ट खोलने का उपकरण) से हैंडपंप को सुधारते देखकर कुछ अजीब लगता है, क्योंकि बुंदेलखंड में इस तरह के नजारे आम नहीं है। घरेलू महिलाओं के इस बदले अंदाज ने उन्हें नई पहचान दिला दी है और वे अब ‘हैंडपंप वाली बाई’ के नाम से पुकारी जाने लगी है।