सबूत- किस तरह किया एनएचएआई ने प्रधानमंत्री को गुमराह

पेष हैं तमाम तथ्य जो दर्षाते हैं कि किस तरह एनएचएआई ने जिला प्रशासन के सक्रिय अनुपालन के बिना या मीलीभगत से सबूतों की हेराफेरी की। कई मामलों में एनएचएआई ने भूमि के मूल मालिक से बातचीत, कीमत के तोल-मोल या स्वीकृति के बिना ही सरकारी रिकॉर्ड और कागजों में भू-स्वामित्व बदल दिया जो सरासर जालसाजी है।